[ Accompanied by the army Dasaratha reaches Mithila Janaka honours him.]
ततो रात्र्यां व्यतीतायां सोपाध्याय: सबान्धव:।
राजा दशरथो हृष्ट स्सुमन्त्रमिदमब्रवीत्।।1.69.1।।
ततो रात्र्यां व्यतीतायां सोपाध्याय: सबान्धव:।
राजा दशरथो हृष्ट स्सुमन्त्रमिदमब्रवीत्।।1.69.1।।