[Dasaratha tries to appease queen Kaikeyi.]
अतदर्हं महाराजं शयानमतथोचितम्।
ययातिमिव पुण्यान्ते देवलोकात्परिच्युतम्।।2.13.1।।
अनर्थरूपा सिद्धार्था ह्यभीता भयदर्शिनी।
पुनराकारयामास तमेव वरमङ्गना।।2.13.2।।
अतदर्हं महाराजं शयानमतथोचितम्।
ययातिमिव पुण्यान्ते देवलोकात्परिच्युतम्।।2.13.1।।
अनर्थरूपा सिद्धार्था ह्यभीता भयदर्शिनी।
पुनराकारयामास तमेव वरमङ्गना।।2.13.2।।